Q.1 शरीर में शुगर लेवल कितना होना चाहिए?
Ans- एक स्वस्थ इंसान में सामान्य ब्लड शुगर का स्तर 90 से 100 mg/dL के बीच होता है।
Q.2 डायबिटीज की पहचान क्या है ?
Ans- शुगर के लक्षण में बार-बार पेशाब आना, ज्यादा प्यास और भूख लगना, थकान होना, धुंधला दिखाई देना, अचानक से वजन में परिवर्तन होना, आदि शामिल है।
Q.3 डायबिटीज में गुड़ खा सकते हैं क्या ?
Ans-गुड़ का सेवन डायबिटीज मे नहीं करना चाहिए | हाँ यह आम चीनी से मामूली तौर पर बेहतर है पर इसका इस्तेमाल हाई ब्लड शुगर के दौरान नहीं करना चाहिए |
Q.4 शुगर में चावल खा सकते हैं क्या ?
Ans- शुगर के पेशेंट चावल इसलिए नहीं खा सकते क्योंकि चावल में Starch ज्यादा मात्रा में पाया जाता है जो शुगर के पेशेंट के लिए हानिकारक होता है |
Q.5 डायबिटीज में कौन सा मीठा खाना चाहिए ?
Ans-आप शहद का सेवन कर सकते हैं वह भी कम मात्रा में क्योंकि अगर मात्रा ज्यादा हो जाएगी तो इसे भी प्रॉब्लम हो सकती है |
Q.6.शुगर टेस्ट कब करना चाहिए ?
Ans-आपको शुगर टेस्ट खाना खाने के लिए घंटे बाद या फिर खाना खाने से पहले यह आपको लग रहा है कि आपका ब्लड शुगर लेवल घट बढ़ रहा है तो आप इसका टेस्ट करवा सकते हैं
Q.7 शुगर में कौन कौन सी दाल नहीं खाना चाहिए ?
Ans-उड़द की दाल का सेवन अधिक करने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। वहीं, किडनी स्टोन की समस्या वाले लोगों को डॉक्टर के सलाह के बाद ही उड़द दाल का सेवन करना चाहिए।
Q.8 डायबिटीज किस कारण से होता है ?
Ans- एक्सोक्राइन फंक्शन जो पाचन में मदद करता है |और दूसरा एंडोक्राइन जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है| जब शरीर मे पैंक्रियाज, इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाता या शरीर इंसुलिन का उपयोग पूरी तरीके से नहीं करता तब खून में ग्लूकोज़ की मात्रा बढ़ने लगती है, जो की डायबिटीज का मुख्य कारण बनता है।
Q.9 क्या डायबिटीज पूरी तरह से ठीक हो जाती है ?
Ans-आपने बिल्कुल सही सुना डायबिटीज को जड़ से खत्म किया जा सकता है बता दें कि अंजीर के पत्तों से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित होता है | मधुमेह से छुटकारा पाने के लिए आपको रोजाना सुबह खाली पेट अंजीर के पत्तों को चबाना चाहिए. साथ ही डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आप अंजीर के पत्तों का पानी में उबालकर सेवन कर सकते हैं |
Q.10 बाबा रामदेव शुगर का इलाज कैसे करते हैं |
Ans- कपालभाति, उज्जायी ,अनुलोम विलोम,भस्त्रिका भ्रामरी यह सभी प्रकार के योग करके आपको काफी सारा फायदा मिलेगा डायबिटीज में |
Q.11 डायबिटीज के लक्षण और उपाय ?
Ans- डायबिटीज के लक्षण ज्यादा प्यास लगना बार-बार पेशाब जाना हमेशा थकान महसूस करना भजन बढ़ना या कम होना उल्टी का मन करना त्वचा में खुजली होना बार बार मुंह सूखना इत्यादि | डायबिटीज कंट्रोल करने में सहायक सुबह खाली पेट खाएं भीगे मेथी के दाने, Blood Sugar और Cholesterol एक साथ होंगे कंट्रोल,|
Q.12 मधुमेह के चेतावनी संकेत क्या हैं |
Ans- वजन कम होना, बार-बार भूख लगना,थकान महसूस होना ,घाव न भरना ,जल्दी बीमार होना ,ज्यादा प्यास लगना, स्वभाव में बदलाव होना, चिड़चिड़ापन महसूस होना |
Q.13 क्या चाय पीने से शुगर होता है ?
Ans- चाय पीने से डायबिटीज बड़ता है और भी काफी सारी प्रॉब्लम बड़ जाती हैं | चाय में कैफिन पाया जाता है, इसकी वजह से पेट में गैस बनता है। इस तरह आपको पाचन शक्ती की कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, ऐसे में आपकी आंतें भी खराब हो सकती है |
Q.14 डायबिटीज में क्या खाना चाहिए ?
Ans- हरी पत्तेदार सब्जियां फल फ्रूट और चना गेहूं मक्का बाजरा जो चावल आदि |
Q.15 शुगर में ताकत के लिए क्या खाना चाहिए |
Ans- ताकत के लिए आप फाइबर,कैल्शियम, आयरन,से भरपूर पोषक तत्व ले सकते हैं | जैसे – चुकंदर, दही, शकरकंद,संतरा,अंडा इत्यादि |
Q.16 शुगर में सुबह क्या खाना चाहिए |
Ans- मेथी के दानों का पानी या फिर एक दो चम्मच जामुन का सिरका |
Q.17 शुगर के मरीज को क्या क्या परहेज करना चाहिए ?
Ans- शुगर के पेशेंट को मिठाई बिल्कुल भी नहीं खानी चाहिए चावल कम मात्रा में कभी कभार लिया जा सकता है।
Q.18 शुगर फ्री फल कौन कौन से हैं ?
Ans-पपीता, खीरा, नींबू, अमरूद, ग्रेपफ्रूट, स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी, कीवी, टमाटर, आड़ू, खरबूजा आदि।
Q.19 महिलाओं में शुगर के लक्षण |
Ans- Urinary tract, infection, vaginal infection जो महिलाएं डायबिटीज की शिकार होती हैं उन्हें yeast infection बहुत आसानी से हो जाता है abnormal menstruation,पीरियड्स का समय ऊपर नीचे होना भी डायबिटीज होने के संकेत हैं |
Q.20 मुझे कैसे पता चलेगा कि मुझे टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज है ?
Ans- टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज़ को सही तरीके से मैनेज न किया जाए, तो इससे कई तरह के लक्षण उत्पन हो जाते हैं, जैसे- बार-बार पेशाब आना, बहुत ज़्यादा पयास लगना, बहुत भूख लगना, बहुत ज़्यादा कमज़ोरी महसूस होना, धुंधला दिखना, चोट या घाव जो आसानी से ठीक नहीं होते।